Monthly Archive: August 2022

father, father's day

“पिता | Father”

Father पिता वो है जो करता तो है प्यारपर बतलाता नहीं,दिल में समेटे रहता है जज़्बातपर दिखलाता नहीं,पिता के होने से वजूद अगर हैपिता...

morning wakeup

“नया सवेरा नईं उम्मीदें”

Morning सुबह सुबह जब चिड़िया बोले कानों में मिश्री सी घोले नया सवेरा नईं उम्मीदें जागो प्यारे घर वाले ये बोलें कितने सुनहरे सपने...

labour day poem

“होता न मज़दूर तो!!!”

Labour Day “होता न मज़दूर तो!!!” होता न मज़दूर तो ये आशियाने न बनते आशियाने तो दूर ईंट पत्थर के ठिकाने न बनते ये...

bird

“उड़जा ऐ परिंदे”

Bird उड़जा ऐ परिंदे तू तेरा इस जग से क्या वास्ता ये जग तुझको भी न जीने देगा है कठिन बड़ा ये रास्ता है...

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